नॉलेज़ के डिजिटल होने के नुक़सान

रूपर्ट मर्डोक ने जब ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूरोप के तमाम बड़े अख़बार ख़रीदना शुरू किया था तब समझदार लोगों को बहुत डर लगा था। डर वाजिब भी था, और है। जरा सोचिए कि मीडिया, जो कि समाज को सोचने के लिए विषय और बातें देती है वो अचानक से अपनी विवधता खो दे। सारे पेपर… Continue reading नॉलेज़ के डिजिटल होने के नुक़सान